खजुराहो । आदिवर्त जनजातीय एवं लोक कला राज्य संग्रहालय द्वारा प्रदेश के जनजातीय चित्रकारों को चित्र प्रदर्शनी और चित्रों की बिक्री के लिये सार्थक मंच उपलब्ध कराने की दृष्टि से प्रतिमाह 'लिखन्दरा प्रदर्शनी दीर्घा' में किसी एक जनजातीय चित्रकार की प्रदर्शनी सह विक्रय का संयोजन शलाका नाम से किया जाता है। इसी क्रम में 03 जून,2023 से गोंड समुदाय की चित्रकार सुश्री रजनी धुर्वे के चित्रों की प्रदर्शनी सह-विक्रय का संयोजन किया जा रहा है। 38वीं शलाका चित्र प्रदर्शनी 30 जून, 2023 तक निरंतर रहेगी। वर्ष 1991 में जन्मी सुश्री रजनी धुर्वे गोण्ड समुदाय की युवा चित्रकार हैं। ग्राम-सोनपुरी, जिला-डिण्डौरी (मध्यप्रदेश) में आपका जन्म हुआ। आपके माता-पिता मजदूरी करते थे। भाई-बहनों में सबसे छोटी रजनी का बचपन प्रकृति के सान्निध्य में गुजरा।
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